वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और 2024 के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि यदि कंपनियां अमेरिका में अपने उत्पादन केंद्र स्थापित करती हैं, तो उन पर कोई टैरिफ नहीं लगाया जाएगा।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की रणनीति
ट्रंप ने यह बयान अपनी आर्थिक नीति के तहत दिया, जिसका मकसद अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देना और विदेशी कंपनियों को अमेरिका में निवेश के लिए आकर्षित करना है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य बेरोजगारी कम करना और अमेरिकी उद्योगों को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है।
चीन और अन्य देशों पर टैरिफ बढ़ाने का संकेत
इस घोषणा के साथ ही ट्रंप ने चीन और अन्य देशों से आने वाले उत्पादों पर भारी टैरिफ लगाने की बात भी दोहराई। उन्होंने कहा, "हम उन कंपनियों को बढ़ावा देंगे जो अमेरिका में आएंगी, लेकिन अगर कोई बाहर से सामान बेचना चाहता है, तो उसे भारी टैरिफ चुकाना होगा।"
ट्रंप की 'अमेरिका फर्स्ट' नीति
ट्रंप का यह बयान उनकी ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके तहत वे अमेरिकी बाजार को विदेशी कंपनियों पर कम निर्भर बनाना चाहते हैं। उनका मानना है कि इस नीति से अमेरिकी रोजगार बढ़ेगा और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
क्या होगा इस नीति का असर?
- अमेरिका में निवेश करने वाली कंपनियों को फायदा होगा, क्योंकि उन्हें टैरिफ से राहत मिलेगी।
- विदेशी उत्पादों की कीमत बढ़ सकती है, जिससे अमेरिकी निर्माताओं को लाभ होगा।
- चीन और अन्य देशों के साथ व्यापारिक तनाव बढ़ सकता है।
2024 चुनाव के लिए अहम मुद्दा
ट्रंप का यह बयान 2024 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले उनकी आर्थिक नीतियों को स्पष्ट करने का एक प्रयास माना जा रहा है। वे इसे जो बाइडेन की आर्थिक नीतियों के खिलाफ एक मजबूत कदम के रूप में पेश कर रहे हैं।
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