कानपुर, 4 मार्च: यशोदानगर इलाके में मंगलवार सुबह एक नमकीन फैक्टरी में भीषण आग लग गई। आग लगने की वजह रिफाइंड तेल के टीन से निकली चिंगारी बताई जा रही है, जिससे आग तेजी से भड़क उठी। हालांकि, स्थानीय लोगों की सूझबूझ और दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई से बड़ा हादसा होने से बच गया।
कैसे लगी आग?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, फैक्टरी में भट्ठी के पास रिफाइंड तेल के टीन रखे थे। अचानक एक चिंगारी से तेल में आग लग गई, जिससे आग तेजी से फैल गई और पास रखे बारदाने (बोरियों) और अन्य ज्वलनशील सामग्री को भी चपेट में ले लिया।
स्थानीय लोगों ने बुझाई आग
आग लगते ही फैक्टरी में मौजूद मजदूरों और आसपास के लोगों ने सबमर्सिबल पंप और बाल्टियों की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की। लोगों की सतर्कता से आग ज्यादा नहीं फैल सकी।
दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची। मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा के अनुसार, स्थानीय लोगों ने पहले ही आग पर काबू पा लिया था, जिससे बड़ा नुकसान होने से बच गया।
फैक्टरी मालिक से पूछताछ जारी
पुलिस और फायर डिपार्टमेंट की टीम ने मौके पर पहुंचकर फैक्टरी मालिक से पूछताछ की। शुरुआती जांच में पाया गया कि फैक्टरी में अग्निशमन यंत्र (फायर सेफ्टी इक्विपमेंट) नहीं थे, जिससे आग को जल्दी बुझाने में परेशानी हुई।
सुरक्षा मानकों की अनदेखी
दमकल विभाग ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए फैक्टरी मालिक को सुरक्षा मानकों का पालन करने का निर्देश दिया है। साथ ही, अन्य औद्योगिक इकाइयों को भी फायर सेफ्टी उपकरण लगाने और सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
कोई हताहत नहीं, लेकिन सतर्कता जरूरी
गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। हालांकि, आग से फैक्टरी में रखा कुछ सामान जलकर नष्ट हो गया। अधिकारियों ने लोगों से अग्नि सुरक्षा नियमों का पालन करने और किसी भी आग लगने की स्थिति में तुरंत सूचना देने की अपील की है।
इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों की जरूरत को उजागर किया है। प्रशासन अब इस इलाके में सभी फैक्ट्रियों की जांच करने की योजना बना रहा है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
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