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नगर आयुक्त ने सीएम ग्रिड योजना के अंतर्गत संचालित कार्यों का किया निरीक्षण

उत्तरप्रदेश,कानपुर नगर 

सीएम ग्रिड योजना के अन्तर्गत प्रदेश भर की सड़कों को एक नये मानक एवं नई दिशा देने के प्रयास निरन्तर किये जा रहे है। इस योजना के तहत बनने वाली सड़के अत्याधुनिक तकनीकी मानकों के अनुसार विकसित की जा रही है। इन सड़कों का उददेश्य एक ओर जहाॅ यातायात को सुगम बनाने का है, वही दूसरी ओर इन मार्गो पर पैदल चलने वाले राहगीरों की मूलभूत सुविधाओं को भी ध्यानाकर्षित करते हुये नवीनतम स्वरूप प्रदान किया जा रहा हैै। पैदल जानमानस, विकलांग, नेत्रहीन जनों के दृष्टिगत फुटपाथ पर (टेकटाइल एवं रैम्प का प्रयोग किया गया है, जगह-जगह लोगों बैठने की उत्तम व्यवस्था, यूटीलिटि डक्ट, वैल कनेक्टेड ड्रेनेज सिस्टम, मार्ग प्रकाश बिन्दुओं की व्यापक क्रियाशीलता तथा उपरगामी विद्युत तारों को व्यवस्थित किये जाने का प्राविधान किया गया है । इसके साथ ही मार्ग में अवस्थित चैराहों का सौन्दर्यीकरण सम्मिलित किया गया है। इसमें फुटपाथ एवं डिवाइडर पर आकर्षक ग्रीनरी किये जाने का प्राविधान किया गया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को पूर्वान्ह नगर निगम के नगर आयुक्त सुधीर कुमार द्वारा सीएम ग्रिड योजना के अंतर्गत कानपुर शहर में संचालित कार्यों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मौके पर उपस्थित अधिकारियों को निम्नांकित आदेश दिए गए मौके पर चल रहे विकास कार्य के मानक व गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त करते हुए निर्देश दिए गए कि कार्य को दो पालियों में टीम लगाकर युद्ध स्तर पर तीव्र गति से कार्य को पूर्ण कराया जाए। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया गया कि वह शासन द्वारा निर्धारित सुरक्षामानकों व आवश्यक सुरक्षात्मक उपायों का विशेष प्रावधान कर कार्य को पूर्ण कराए, जिससे किसी भी प्रकार की जान माल की हानि की संभावना न रहे। 

निरीक्षण के दौरान कार्यों की भौतिक प्रगति की तकनीकी रूप से समीक्षा की गई मौके पर कुछ सड़कों की यूटिलिटी शिफ्टिंग हेतु एक्शन का कार्य होते पाया गया तथा इसके साथ सड़कों पर सेंट्रल लाइन मार्किंग का कार्य भी हुआ पाया गया इस पर निर्देशित किया गया कि इन कार्यों को अत्यंत गुणवत्ता परक व निर्धारित मानक के अनुरूप निर्धारित समय अवधि में पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित करें। कार्य में।प्रयुक्त होने वाली समस्त सामग्रियों की लैब टेस्टिंग होने के उपरांत ही उपयोग में लाया जाए।क्षेत्रीय अवर अभियंता को निर्देशित किया गया कि स्थलीय फील्ड लैब पर स्वयं उपस्थित होकर कार्य में प्रयुक्त होने वाली सामग्री की तकनीकी जांच कराए।

सुरेश राठौर 

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